पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पलटवार किया. भारतीय सुरक्षाबलों ने 6-7 मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित कुल 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. यह कार्रवाई रात करीब 1:30 बजे की गई और इसका उद्देश्य आतंकियों के लॉन्चपैड्स और हथियारों के भंडार को नेस्तनाबूद करना था.
इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने भी कई भारतीय सैन्य ठिकानों और रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाने की कोशिश की. हालांकि, भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने पड़ोसी मुल्क के मंसूबों पर पानी फेर दिया. दूसरी ओर, भारतीय सुरक्षाबलों ने भी पाकिस्तान की हिमाकत का करारा जवाब दिया और कई आतंकी लॉन्च पैड्स और पाकिस्तानी एयरबेसों को ध्वस्त कर दिया.
ऑस्ट्रियाई डिफेंस एक्सपर्ट और मिलिट्री हिस्टोरियन टॉम कूपर ने हालिया भारत-पाकिस्तान संघर्ष को लेकर जो बातें कहीं हैं, वो न केवल भारत के पक्ष में खड़ी होती हैं, बल्कि पश्चिमी मीडिया और पाकिस्तान के नैरेटिव को तोड़ रही है. India Today और कई न्यूज चैनलों और अपने ब्लॉग में दिए गए बयानों में कूपर ने भारतीय वायुसेना की रणनीति, क्षमता और नतीजों को एक क्लियर विक्ट्री करार दिया.
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के सरगना और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकी मसूद अजहर के 14 रिश्तेदार इन हमलों में मारे गए हैं. ऐसे में संभावना है कि मसूद अजहर को पाकिस्तानी सरकार की तरफ से 14 करोड़ का मुआवजा मिल सकता है.
पाकिस्तानी VVIP प्लेन के बाद का मूवमेंट इसकी पहचान को और पुख्ता करता है. 12 मई को विमान ने लाहौर से सियालकोट के लिए PAK02 कॉलसाइन का इस्तेमाल करते हुए उड़ान भरी, जो आमतौर पर प्रधानमंत्री के लिए रिजर्व होता है.
jammu kashmir news: कठुआ जिले के गघवाल गांव में दो संदिग्धों की गतिविधि की सूचना पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया है. दोनों व्यक्ति सेना की वर्दी में थे और एक महिला से पानी मांगने के बाद खुद को कैंप लौटते हुए बताकर चले गए. इलाके में सुरक्षा सख्त कर दी गई है और तलाशी अभियान जारी है.
पाकिस्तान की सेना जिस समय अपने जख्मों को सहला रही थी, उसके चीफ आसिम मुनीर ने हार के इस मौके को भी अपनी ताजपोशी में बदल दिया. हाल ही में मंच पर खड़े होकर दो-राष्ट्र सिद्धांत का जिक्र करने वाले और "दुश्मन को कुचलने" की कसम खाने वाले इस शख्स ने जीत नहीं, बल्कि उससे कहीं अधिक मूल्यवान चीज हासिल की है और वो है अपनी प्रासंगिकता.
भारत में ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में तिरंगा यात्राएं निकाली गईं. छत्तीसगढ़ में नागरिकों ने सशस्त्र बलों व प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया. लोगों ने सेना के साथ एकजुटता व PM मोदी के नेतृत्व पर विश्वास व्यक्त किया. विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी अपने प्रदेशों में यात्रा का नेतृत्व किया.
हरियाणा के पानीपत में एक निजी सुरक्षा गार्ड नौमान इलाही को पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उसका मोबाइल जब्त कर जांच शुरू कर दी है. यह गिरफ्तारी भारत-पाक तनाव के बीच हुई है, जब दोनों देशों ने हाल ही में सैन्य कार्रवाई रोकने का समझौता किया है.
रक्षा विशेषज्ञ टॉम कूपर ने कहा है कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की सैन्य क्षमता और रणनीतिक मजबूती को प्रदर्शित किया है. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एयरबेस और रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस के परमाणु कमांड सेंटर को ध्वस्त किया, जिस पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि फौज न्यूक्लियर ब्लैकमेल की हवा निकाल देती है तो आकाश से पाताल तक भारत माता की जय गूंजती है.
राजस्थान में भारत-पाक तनाव के चलते सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. जैसलमेर और श्रीगंगानगर में पाक सिम पर रोक लगाई गई है. जयपुर स्टेडियम समेत कई जिलों में बम की धमकी मिली. ड्रोन गतिविधियों को लेकर जनता को अलर्ट किया गया है. उदयपुर में टर्की के खिलाफ मार्बल व्यापारियों ने विरोध जताया है.
Operation Sindoor की रात कराची में तबाही के मूड में थी इंडियन नेवी, जानिए कैसी तैयारी थी
22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद भारत ने दिया करारा जवाब. देखें 7 मिनट की AI फिल्म 'ऑपरेशन सिंदूर' और जानिए सेना की रणनीति की पूरी कहानी.
मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह के एक विवादित बयान को लेकर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है. कोर्ट ने कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए बयान पर स्वतः संज्ञान लेते हुए 4 घंटे के भीतर विजय शाह के खिलाफ FIR दर्ज करने का निर्देश दिया है.
जयराम रमेश ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री 25 तारीख को केवल एनडीए शासित मुख्यमंत्रियों से ही मुलाकात क्यों कर रहे हैं, सभी मुख्यमंत्रियों को क्यों नहीं बुलाया गया? उन्होंने कहा कि पीएम न तो सर्वदलीय बैठक में शामिल होते हैं, न ही विपक्ष के पत्रों का जवाब देते हैं, और फिर केवल एनडीए नेताओं के साथ बैठक और देशभर में रैलियां करते हैं, क्या यह सही है?
ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आदमपुर एयरबेस पहुँचकर जवानों का हौसला बढ़ाया, वहीं भाजपा देश भर में तिरंगा यात्रा निकाल रही है. विपक्ष इसे सेना के शौर्य का राजनीतिकरण बता रहा है, जबकि लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हम छेड़ेंगे नहीं लेकिन कोई छेड़ेगा तो फिर उसको छोड़ेंगे भी नहीं.'
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के इस दौर में तुर्की के रुख ने भारतीय व्यापारियों को नाराज किया है. तुर्की अक्सर पाकिस्तान का समर्थन करता रहा है. ऐसे में उदयपुर के मार्बल व्यापारियों द्वारा उठाया गया यह कदम सिर्फ एक आर्थिक फैसला नहीं, बल्कि एक रणनीतिक संदेश है कि भारत अब हर स्तर पर अपने विरोधियों को जवाब देने को तैयार है.
यह खूबसूरत नजारा भारतीय सशस्त्र बलों के शौर्य और साहस को सम्मान देने के लिए था. पठानकोट से लेकर पश्चिम बंगाल के सियालदह रेलवे स्टेशन खूबसूरत रंगों से सजे रहे.
भारत के खिलाफ इनफॉर्मेशन वॉर कभी नहीं रुका था, जवाबी कार्रवाई के लिए किसी युद्ध का इंतजार क्यों? सिर्फ किसी युद्ध के हालात में भारत विरोधी समाचार तंत्रों पर कार्रवाई करना नाकामी है. दुनिया की अर्थव्यवस्था में तेजी से उभरते भारत को पीछे खींचने के लिए कई देश साजिश रचते हैं. ऐसे में इन साजिशों को जड़ से खत्म करने के लिए भारत सरकार को एक पुख्ता नीति बनानी चाहिये.
सीजफायर के चलते ऑपरेशन सिंदूर रुका हुआ जरूर है, लेकिन बीएसएफ जवान को छोड़ा जाना भी उसी के असर के तौर पर देखा जा रहा है. पाकिस्तान से तीन हफ्ते बाद रिहा किये गये बीएसएफ जवान की पत्नी का तो यही मानना है कि उनका सुहाग भी वैसे ही वापस मिला है, जैसे पहलगाम अटैक का बदला लिया गया.
मुजफ्फरनगर पुलिस के अनुसार, कुर्बान त्यागी इसी तरह के अपराधों के लिए हाल के दिनों में जिले में गिरफ्तार होने वाला चौथा व्यक्ति है. इससे पहले, तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदमपुर एयरवेज़ पर कहा कि दुनिया ने 'मेड इन इंडिया' हथियारों की धमक देखी है. ऑपरेशन सिंदूर में भारत के स्वदेशी हथियारों, जैसे ब्रह्मोस और आकाश मिसाइल सिस्टम, ने पाकिस्तान की चीन-निर्मित मिसाइलों को ध्वस्त किया. देखिए रिपोर्ट.
अजरबैजान के प्रति ये गु्स्सा इसलिए भी है, क्योंकि भले ही अजरबैजान मुस्लिम राष्ट्र हो, लेकिन वहां की प्राचीन संस्कृति भारतीयता और सनातन से मेल खाती है. इसकी गवाही देता है, अजरबैजान की राजधानी में मौजूद एक प्राचीन मंदिर. इस मंदिर में साल 2018 में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी पहुंची थीं.